Khortha lok sahitya – खोरठा लोक साहित्य

Khortha lok sahitya , दुगो सबद लोक आर साहित्य कर मेल से बनल हइ जेकर सोझा सोझी अरथ लोकेक साहित हव हे । हिंया लोक’ सबद कर माने ‘ जन सामाइन ‘हइ मेंतुक ‘ साहित्य’ सबद कर अरथ ‘समाजिक चितरन’ हव हे। मेनेक लोक सामाइन समाज कर चितरत करवश्या लोक साहित कहा हइ। दोसर अरथे […]

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Khortha lok katha – खोरठा लोक कथा

Khortha lok katha , खोरठा लोक कथा कहेक आर सुनेक परमपरा जनम भेल हई । आज के दिन तेइक खुटी दर खुटी चलल आ रहल हइ आर धीरे धीरे नानक रकमेक लोक कथा जुड़ते गलेक । Khortha lok katha – खोरठा लोक कथा खोरठा लोक कथाक अड़ा से गोड़ा तइक देखल जाए तो समाज समाजिक

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Vakya in Khortha Language – वाइक

Vakya in Khortha, खोरठा भासाञ भिन्नु भिन्नु सारथक सबदेक मेल बा जोख से बनल हइ । जदि कोन्ही बेअकति मनेक बातबा भाब – बिचार दोसर बेकति तड़क पहुंचाते हइ, आर ऊ भाव – बिचार के दोसर बेाकति समइझ बुझ्झ जा है, तो वहसन रूप के वाइक कहल जा हे । मकिन बेआकरने करता, करम, किरिया

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Khortha Bhasha visheshta – खोरठा भासाक बिसेसता

Khortha Bhasha visheshta , खोरठा भासाक बिसेसता में साड़ागत बिसेसता , सबदगत बिसेसता , अरथ गत बिसेसता, रुपगत बिसेसता , वाइकगत बिसेस‌ता , आइनगत बिसेसता हइ । Khortha Bhasha visheshta – खोरठा बिसेसता साड़ागत बिसेसता खोरठा भासाक जनम भारतेक सोबले पूरना समस्ता के लिपि खरोष्ठी से मानल गेल छइ । ऐहे ओजद हर कि खोखा

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Biomolecule – जैव अणु

Biomolecule, जैव – अणु जीव उत्तकों में मिलने वाली सभी कार्बनिक यौगिकों को कहा जाता है । जैव अणु हमारे शरीर में या पौधों में शारीरिक वृद्धि और वानस्पतिक वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है । Biomolecule – जैव अणु भोज्य पदार्थों में वे उपयोगी रासायनिक घटक जिनका उपयुक्त मात्रा में उपलब्ध होना शरीर के

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Environmental law in India – वातावरणीय कानून

Environmental law in India, वातावरणीय कानून का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण को संरक्षण प्रदान करना तथा पर्यावरण के स्थिति को बेहतर बनाए रखन है । वातावरणीय कानून केंद्रिय सरकार को कुछ ऐसे उपाय करने के अधिकार देते हैं, जिससे पर्यावरण को शुद्ध और स्वच्छ रखा जा सके । Environmental law in India पर्यावरण संरक्षण से संबंधित

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Solid Waste – ठोस अपशिष्ट

Solid Waste, ठोस अपशिष्ट तत्व उन पदार्थों को कहते है, जो उपयोग के बाद बेकार हो जाते है। उपयोग के बाद बेकार पड़े ठोस तत्व या पदार्थ को विभिन्न नामों से जाना जाता है। जैसे अपशिष्ट कचरा या या ठोस अपशिष्ट आदि । Solid Waste – ठोस अपशिष्ट ठोस अपशिष्ट पदार्थ को श्रोतों के आधार

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Climate Change – जलवायु परिवर्तन

Climate Change, विभिन्न कारणों से वैश्विक तापमान और उससे हो रहे जलवायु परिवर्तन आज वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक गंभीर संकटों में से एक है। वैश्विक तापमान में बढ़ोत्तरी में प्राकृतिक कारणों की बहुत कम भूमिका होती है, जबकि मानवीय कारण वैश्विक तापमान बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। Climate Change – जलवायु परिवर्तन विभिन्न मानवीय

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Desertification – मरुस्थलीकरण

Desertification, मरुस्थलीकरण एक भौगोलिक घटना है जिसमें उपजाऊ क्षेत्र में भी मरूस्थल जैसे विशेषताएं विकसित होने लगती है । इसमें जलवायु परिवर्तन तथा मानवीय गतिविधियों समेत अन्य कई कारणों से अर्ध शुष्क ईलाकों की भूमि रेगिस्तान में बदल जाती है इसमें मिट्टी के उत्पादन क्षमता कम हो जाते हैं और धीरे-धीरे भूमि बंजर हो जाती

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Public interest litigation – जनहित याचिका

Public interest litigation(PIL), जनहित याचिका एक ऐसी याचिका है, जिसके माध्यम से पीड़ित व्यक्ति स्वयं या अन्य कोई व्यक्ति या संस्था द्वारा पीड़ित व्यक्ति की ओर से न्यायालय के समक्ष याचिका दायर करता है। इसके बाद न्यायालय कारवाई करती है। Public interest litigation भारतीय कानून व्यवस्था में जनहित याचिका सार्वजनिक हित एवं रक्षा हेतु एक

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Indian Preamble – संविधान की प्रस्तावना

Indian Preamble, भारतीय संविधान में मुख्य प्रस्तावना या उद्देशिका, भारतीय संविधान ‘आाइना है, मूल आधारभूत सिद्धांतो, दार्शनिक अवधारणाओं को यह संवैधानिक आदर्शों मुख्यत: नैतिक रूप में व्यक्त करता है प्रावधानों को औचित्य भारतीय संविधान भारतीय संविधान प्रदान करता है, प्रस्तावना दीर्घ दर्शन करवाता है, वहीं का सूक्ष्म रूप भी है, संविधान निर्माता संविधान में निहित

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Rivers of India – भारत की नदियाँ

Rivers of India, भारत के नदियों को श्रोत के आधार पर – 1) हिमालय से निकलने वाली नदियां , 2) प्रायद्वीपिय नदियां , 3) अंतः स्थलिय नदियां और नदियों के प्रवाह के आधार पर – पूर्वर्ति नदियां एव अनुवर्ति नदियों में बांटकर देखा जाता है । Rivers of India – भारत की नदियाँ श्रोत के

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