Human Species in the World, मानव प्रजातियों का वर्गीकरण अलग-अलग विद्धानों ने अलग-अलग की है। मानव जाति को मुख्यतः 3 वर्गो में वर्गीकृत किया गया है ।
Human Species in the World – प्रजातियाँ का वर्गीकरण
मानव प्रजातियाँ का वर्गीकरण – 1) काकेश्याडश प्रजाति २) मंगोलियाडस प्रजाति और 3) नीग्रिटो / निग्रीशाड प्रजाति है।
1) काकेश्याडश प्रजाति
इस प्रजाति के लोग श्वेत वर्ण के होते है। इस प्रजाति के लोगों का साधारण सा ऊँचा कद तथा पतली नाक होती है। संसार में इस प्रजाति का विस्तार सर्वाधिक क्षेत्रों में है । इस प्रजाति के लोग प्रायः सभी महाद्वीपों में पारो भाते है, और विश्व बडी लगभग आधी जनसंख्या इसी प्रजाति की हैं। इस प्रजाति को भी तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता है।
यूरोपीयन शाखा-
इस प्रजाति का सर्वाधिक विस्तार यूरोप में हुआ है।
इण्डो यूरोपीयन शाखा
‘यह प्रजाति पश्चिमोत्तर तथा मध्य भारत से पाकिस्तान, ईरान, ईराक तक पाई जाती है।
सेमाईट शाखा
यह प्रजाति अफ्रीका के उत्तरी भाग में तथा पूर्वी भाग में जैसे – मोरक्कों, लीबीया, सोमालिया, ओर्डन आदि देशों में निवास करती है।
2) मंगोलियाड प्रजाति
इस प्रजाति के लोग पीली चमड़े वाले और भरे रंग के होते हैं। उनका सिर चौड़ा नाक सपाट सीधी और बाल लम्बे होते हैं। इस प्रजाति के लोग मुख्य रूप से मध्य और पूर्वी एशियाई देशों में पाये जाते हैं।
3) निग्रोवाइट प्रजाति
इसे मानव जाति की प्रथम प्रजाति माना आता हैं। इसका वर्ण काला या भूरे कत्थे रंग के होते हैं। इनकी भी दो शाखाएँ है-
अफ्रीकी निग्रोवाइट और एशियाई निग्रोवाइट
अफ्रीकी निग्रोवाइड शाखा
इस शाखा के लोग सम्पूर्ण अफ्रीका में पाये आते है, जो बास्तविक निग्रो है । ये मुख्य रूप से पश्चिमी अफ्रीका, नाईजिरिया का पूर्वी ईलाका, मनियांपूर्वी अफ्रीका के प्रमुख देश जैसे केन्या, गुंगाडा, तंजानीयां आदि देशों 1 में इस प्रजाति के लोग पाये जाते हैं।
ऐशियाई निग्रोवाइड शाखा
निग्रों के इस शाखा के अंतर्गत द्रविड़ और आस्ट्रेलियाड प्रजाति के लोग आते हैं। द्रविड़ प्रजाति के लोग दक्षिण भारत में पाये जाते है जबकि आस्ट्रेलियाड प्रजाति के लोग दक्षिण पूर्वी एशिया, उत्तरी आस्ट्रेलिया और दक्षिण भारत में निवास करती है।
मलेशिया का सेमांग जनजाति और सकाई जनजाति फीलिपिन्स का पिग्मी जनजाति, दक्षिण भारत का टोडा और कादर जनजाति, अडमान निकोबार दीप समूह का ओज अनबाति न्यू गिनी का पापूऑन जनजाति, ये सभी भास्ट्रेलियाड प्रभाति का प्रतिनिधित्व करती है।