Karak in Khortha, हिंदी सबद ‘कारक’ के सोझा सोझी कोसगत अरथ करने वाला करवइआ आर करनिहार हव हे । जइसे – हित + कारक – हितकारक / हितकरवइआ
Karak in Khortha – कारक
मेंतुक बेआकरने वाढक वाइसन रूप के कारक कहल आहे, जेकर से सांगा आर सरबनाम सहित आरो आरो, सबद के भाइते एगो नाता गोतर के पता चलो हे, आर जेकर से कोन्हो बहन के एगो अरथ फरिछ हव हे ।
दोसर अरथे कदलजाय तो कारक बे आकरत के के बेवस्था हुई बैंकर से कोन्हो वाइक के एगो अरथ पुरछाइ ६४ ।
सइगा आर सरबनाम के मांझे नाता गोतर से चिंह के परखोग करल जाहे ओकरा कारकीय चिंद विभक्ति बा परसगर कहल जा हे । जइसे –
राम रावण के सीताक लागिन तीर धनुस से जुध के मइदोन मारलइ ।
उपरेक पततहरे के लागिन से आरए’ चिह कारकीय विभवित बा परतरंग एकइ, जे बाइक के विभन्नु भिन्नु सवदेक मांझे एगो नाता गोतर बताने के काम कहर रहल हइ आर ई बाइक के एगो पूरा – पूरा अरथ फुरछावो हुई ।

Karak in Khortha – कारक के भेद
खोरठा भासाक मउसम विगिनिक डॉ ए के झॉ जी आपन किताबे खोरठा सहित सदानीक बेआकरन आर हिंदी रकम कारक के 8 गो भेद बतवल हय जे हेठे रकम हइ ।
कारक | हिंदी विभक्ति | खोरठा विभक्ति |
कर्त्ता | ने | शून्य (0) विभक्ति कर्ता कारक में “एं” विभक्ति |
कर्म क | को | के/रा संज्ञा शब्द के साथ कर्म कारक में “के” विभक्ति सर्वनाम एकवचन शब्द के साथ खोरठा में कर्म कारक की विभक्ति “रा सर्वनाम ल के साथ “के” विभक्ति |
करन | से | एं आकारान्त शब्द के साथ यं/एं/त्र विभक्ति उकारांत शब्द के साथ “एं” विभक्ति |
सप्रदान क | के लिए | व ले/लेल/लाइ / लागिन / खातिर |
अपादान क | से | विलगाव/ अलगाव, तुलना तथा रक्षा/भी की स्थिति में ‘ले’ विभक्ति |
संबंध | का/के/की/रा/रे/री | 1. संज्ञा शब्द के साथ “क/के” विभक्त 2. पुरुषवाचक सर्वनाम के एक वचन के साथ “र” विभक्ति लगती है । 3. पुरुषवाचक सर्वनाम बहुबचन के साथ “क/के” विभक्ति |
अधिकारन | में , पर | एं/यं/त्र/वें/आयं/वायं/वाञ |
संबोधन | हे, अरे, अजी, अहो, अगो | हे, अरे, अहो, अगो, अगे, नुनी, बुचु, मइयां आदि | |
1. कर्त्ता कारक
वाइकें सइंगा आर सरबनाम के वइसन रूप जेकर से काम करवइआ के पता चलो हइ ओकरा करता कारक कहल जाहे ।
खोरठा भासान् कर्ता कारकचिन्ह बा परसाठा मोटा – मोटी परत्रोग नात्र हर । मकिन सिखरिया – खासपइलिया खोरण देत्तरे एं’ विभक्तिके परखोग करल जा हे ।
जइसे – कारू कहलाई , रामें मार लइ , बायें डाकलाइ ।
2. कर्म कारक
वाइके बहसन रूप जेकर से बहुत बा बेकति से कोन्हों करिया के परभाव पडो हइ, ओकरा करम कारक कहल जा हइ । क
खोरठा भासात्र करम कारक के चिन्ह ‘के’ आर ‘ र’ के परखोग करल जाहे ।
जइसे – तोरा बायें डाकलाइ
राम रावण के मारलाई
ऊ कुकर के भगलाइ
हम तोहरा कहलिइओ
3. करन कारक
जे सबद के सहायता से कान्छो काम पूरा करल आहे ओकरा करन कारक कहल आहे । मेनेक ऊ बेवस्था बा साधन के करत कारक कहल जा है जेकर से कोन्दो काम पूरा हव हे ।
खोरण भासाथ करन कारक खातिर से, -, आर ‘ए’ विभक्ति के परजोग करल आा हइ ।
जइसे – गुरुजी छडी से मारलइ
चरकू चाकुए काटलाइ
कारू सोटी सोटलाइ
4. सम्प्रदान कारक
हिंदी सबद सम्प्रदान के सोझा सोझी अरथ ‘दान’ बा देना हव हे । मकिन बेआकरने वाहकें जखन केकरो कुछ देल आहे बा केकरो खातिर कुछ करल बाहे दुवा सम्प्रदान कारक हव हे ।
खोरठाञ सम्प्रदान कारक खातिर ले, लाइ लागिन,खातिर विभक्ति के परखोग करल जा हइ ।
जइसे – राम पढे ले दिल्ली गेलइ ।
खाइ ले खुदी नाञ ढकरे ले चिउरा
कंकर लागिन करमा पूजा भेइल ।
तोहर खातिर जान कुरबान । आरो आरो
5. अपादान कारक
जखन वाइके सईगा आर सरब नाम के कोन्ही रूप से अलगाव, बिलगाव आर तुलना के बोध हव हे, तो आपादान कारक कहा है,
खोरठाम् ‘आपादान कारक खातिर ‘से ”आर ‘ले’ विभक्ति के परखोग करल जा है।
जइसे – गाछ ले पतई गिरलइ
सांप आपन बिल से बहराइल हइ
चरक रेकसा से उतरलइ
दामोदर नदि लातेहार के बोरी से बहराइल हइ ।
6. संबंध कारक
जे सबद से कोन्दो दुगो चीज बहुत बा बेकति के माँझे और बार आर संबंध के पता चलो हव ओकरा संबंध कारक कहल जा है।
खोरठा भासाय सेว संबंध कारक खातिर ‘क’, ‘कर’, आर एक विभक्तिके बेबदार करल जाहे ।
जइसे – आइज कर बोड सवाल जलवायु परिब इतन हइ ।
रामेक बाधुर हइ
7. अधिकरन कारक
सईगा आर सरखनाम के वहसन रूप से जेकर से कोन्दो किरिया के आधार पता चलो एव । जहाँ अंदर, भितर, ऊपर के बात करल जाहे ‘हुआ’ 1अधिकरण कारक होवो हइ ।
खोरठा भासाय अधिकरण कारक खातिर आन, वाञ् ए आर वें परसरग के परजोग करल जाहे ।
जइसे – दामोदरेक कोराज कोइला छइ
तोहर किताब टेबुल वाश्यत्र राखल हइ
8. संबोधन कारक
सइंगा आर सरबनाम के वहसन रूप ओकर से केकरो बोलावेक पुकारेक आर बोलेक बोध एव है, ओकरा सम्बोधन कारक कहल जा हे ।
खोरठा बेआकरने सम्बोधन कारक लाइ लागीन अरे, अहो, दे, अगो, अगे, एगो, एगे, कारलीय चिन्ह के परखोग करल जा है। जइसे –
अरे ! कारू मत पी दारू
अहो ! कारू कटि एने सून
हे ! राम करा कलियाना
Karak in Khortha – खोरठा कारक के बिसेसता
खोरठा भासाञ् कारक के भिन्न-भिन्नु बिसेसता छइ । हिंय मुख्य बिसेसता के ई नियर देखल जा है।.
a) खोरठा कारक के बिसेसता छइ कि कारकीय चिन्ह के विभिधता आर बहुलता छइ । एकर मुझ्ख ओजद खोरठा भासाक के ढागा आर ओसार छैतरफल हइ ।
b ) खोरठा कारली चिन्ह के ‘ए’ विभक्ति कर्ता, करन आर अधिग्रहण कारके एके रकम समानता देखल जा हे ।
C) खोरण भासाञ करन कारक और संबंध कारक के चिन्ह मोरा – मोटी एके रकम परखोग हइ ।
d) खोरठा कारक के बिसेसता हइ कि करन कारक आर अपादान कारक के विभक्ति ‘से ‘ आर ‘ले’ एके रकम हइ ।
e) संबंध कारक चिंद के परजोग सरबनाम सबदे परतइ रूपे जुड़ेक परविरति पावल जा है। जइसे –
हामिन + क – हामनिक
f) खोरठा सम्बोधन कारक के विभक्ति खोखा देतर के संस्कृति के बखान करो छइ । रामगदीया खोरठा देत्तरे संबोधन कारक चिन्ह. अगो । एगो के परखोग हव है मंतुक परनदिया खोरठा देतरें ऐहे संबोधन कारक खातिर ‘एगे। अगे। बेबहार करल आ है।
Karak in Khortha – Case