Vachan in khortha language – खोरठा भाषा के बचन

Vachan in khortha – बचन

बचन सबदेक सोझा – सोझी माने हवो हे बोली बचन |

मकिन बेआकरन संग्या आर सरबनाम के एक चाहे एकले बेसी के बोध करवइया बेवसतथा के बचन कहल जाहे । बिदवान गुला कर मानना हइ जे बचन के सही नाम ‘संख्याबचन’ हकइ मकिन एकर छोट रूप ‘बचन’ के चलन बाइढ गेल हइ|

हिंदी अंगरेजी भासा रकम खोरठाहूँ दू रकमेक बचन पावल जाहे |

जइसे – क. एक बचन आर ख. बहुबचन

क) एक बचन –

जे सबद से कोन्हो चीज बसुत के एक संख्या के बोध हवो हइ ओकरा एक बचन कहल जा है।

जइसे – छगरी, काड़ा, गरु, बरद, हेन-तेन |

ख) बहुबचन –

जे सबद से बाबेवसथा से कोन्हो चीज बसतु के एक से बेसि संख्या के टावान मिलो हइ ओकरा बहुबचन कहल जाहे |

जइसे – छगरिइन, गरुवइन, बरदवइन, कडवइन |

Vachan in khorthaबहुबचन बनवेक नियम

हर भासाय एक बचन ले बहुबचन बनवेक आपन ढंग – ढांचा पावल जाहे । खोरठाभासा के भी बहुबचन बनवेक आपन नियम कानून हइ, जे दोसर तेसर भासा से फर्क हइ।

खोरठा भासाय सबदेक आगू बचन बोधक सबद बा परतिअइ जोइड के बहुबचन बनवल जाहे |

बचन बोधक परतिअइ –

खोरठा भासाय बहुबचन बनवेक लागिन हेठे उखरवल भासाय सबदेक आगू बचन बोधक सबद बा परतिअइ जोइड के बहुबचन बनवल जाहे |

परतिअइ/सबद के परजोग करल जाहे ।

क. अइन

ख. वइन

ग. सब

घ. खिन, रिन

ङ. गुला/गुलइन/गुलिन

च. ठो/गो

क. ‘अइन’ परतिअइ मुइख रुपे

‘अइन’ परतिअइ के इकारात सबदे जोइड के बहुबचन बनवल जाहे |

जइसे – छगरी + अइन > छगरिअइन

लड़की + अइन > लड़किअइन

कुरसी + अइन > कुरसिअइन

ख. ‘वइन’ परतिअइ मुइख रुपे

आकारान्त आर उकारांत सबदे जोइड के बहुबचन बनवल जाहे

अकरान्त सबद –

कलम + वइन > कलमवइन

लोहार + वइन > लोहरवइन

सोनार + वइन > सोनरवइन

आकारान्त सबद –

बकरा + वइन बकरवइन

भेड़ा + वइन भेड़वइन

काड़ा + वइन > कड़वइन

पहुना + वइन पहुनवइन

उकारान्त सबद

गरु + वइन > गरुवइन

पठरु + वइन > पठरुवइन

लेरु + वइन > लेरुवइन

बुतरू + वइन बुतरूवइन

ग. ‘सब’ परतिअइ –

सबदेक आगू ‘सब’ सबद जोइड़ के बहुबचन बनवल जाहे |

जइसे लड़कीसब, मास्टरसब, लड़का सब, मास्टरनिसब ई सब, ऊ सब, हामिन सबमकिन खोरठाय एकर परजोग बेसि नाय पावल जाहे |

घ. खिन, रिन –

ई बहुबचन बोधक परतिअइ मुइख रुपें सरबनाम सबदे जोरल जाहे |

जइसे

ओखिन, एखिन, जोखिन, तखिन, इखिन, उखिन, तोहरिन, सेखिन, हामरिन, ओखरिन आदि |

च. गुला / गुलि / गुलइन –

ई बहुबचन बोधक परतिअइ बंगला भासा से आइल हइ आर एकर परजोग सिखरिया आर गोलवारी छेतरीय रुपें पावल जाइह | 2010 के खोरठा भासा मानकीकरन कार्यशालाय एकरा खोरठाय परजोग करके माइनता मिलल हइ|

छगरी + गुला/गुलइन > छगरिगुलइन

गिदर + गुला > गिदरगुला

मास्टर + गुला > मास्टरगुला

एहे रकम आरो – आरो

छ. ठो/जो/टा/टी परतिअइ –

ई परतिअइ के परजोग संख्या बोधक बिसेसन बनवेक बेरापरजोग करल जा हइ |

चाइर गो/ठो गाय |

आठ गो/ठो रेजा-कुली |

पांचगो/ ठो आदमी |

तीन गो/ठो बेटि छउआ |

दू टा/टी जइनि |

तीन टा/टी लोग |

ज. ‘न’ परतिअइ –

खोरठा भासाय एकर परजोग़ बहुबचन आर आदर बोध देखवे खातिर क्रियारुपेंपावल जाहे |

ई ‘न’ बहुबचन बोधक परतिअइ अइन/वइन परतिअइ के ही खांट रूप लागइ |

जइसे – ओखिन आइल हथिन – बहुबचन

ऊ आइल हथिन – आदर |

छउआ पढ़े लागल हथिन |

मेहमनवइन जाइ लागल हथिन |

अइसन संख्याबोधक या बहुबचन बोधक परतिअइ क्रियारुपें लगवेक खोरठा भासाकआपन बिसेसता हे।

* Vachan in khortha *

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