Ling in Khortha , झारखंडे संस्कृति के बात करल भाय, तो किआ जाइत – पाइत भिन्नु – भेद नाञ हर । खोरठा देतरेक आइत पाइत पर डॉ. ऐ. के. झो जीक बिचार हइ, कि आपन संस्कृतिकर मोटाविक जाइत के तीन गो सरूप पावल जाहे ।
Ling in Khortha – लिंग
मकिन खोरठा बेआकरने लिंग के अरथ जाइत पाइत से नाञ हइ, बिन्चकुन लिंग के अरथ कोन्हों जिव जंतु बा परानी के लिंगीय बोध से हइ । डॉ. ए. के. लॉ श्री आपन बेआकरन किताबें लिंग के दुगो भेद बतवल हथिन –

1. पुलिंग – जिसका योनि चिन्ह पुरुष का हो |
2. स्त्रीलिंग – जिसका योनि चिन्ह मादा/स्त्री का हो | .
पुलिंग लिंग बोधक शब्द –
पुलिंग | स्त्रीलिंग |
बरद | गाय |
बाप | माइ / मात्र |
भाइ | बहिन |
दादा | भउजी |
काड़ | भइस |
ख. स्त्री प्रत्यय –
पुलिंग | स्त्रीलिंग |
छोड़ा | छोडि |
मामा | मामी |
काका | काकी |
• इन प्रत्यय:- जैसे
पुलिंग | स्त्रीलिंग |
सुंडी | सुंडिइन |
तेली | तेलिन |
कोइरी | कोइरीन |
कुरमी | कुरमिन |
• आइन प्रत्यय :- जैसे
पुलिंग | स्त्रीलिंग |
पितिया | पितिआइन |
पांडे | पंड़ीआइन |
साढू | साढूवाइन |
नउवा | नउआइन |
कुम्हार | कुम्हाइन |
पुलिंग से इसतिरलिंग बनावेक नियम् –
a) आइन’ परतइ जोडकर इसतिरलिंग
खोरठा बेभाकरने पुलिंग से इसतिरलिंग बनवे खातिर भाइन परतडू जोड़ेक ति पावल जा हइ ।
जइसे पु – इसत्रिलिंग , सेठ – सेवाइन
b ) वाइन परतइ ओइड के इसतिरलिंग
खोरठा छेतरें पुलिंग से इसतिरलिंग बनवेक लागीन ‘वाइन’ परतइ जोडल जाहे । एक पटतइर हेठे देखल जाइ ।
जइसे पुलिंग – इसतिरलिंग , महतो – महतवाइन , साधु – साधुवाइन , बाबु – बाबुवाइन आरो आरो
c) इन परतइ जोइड के इसतिरलिंग
खोरना भासा छेतरे पुलिंग से इसतिरलिंग ‘ बनावे खातिर इन परतइ जोडक विधि विधान हइ ।
जइसे – कुमार – कुंभारिनी , तेली – तेलिन
d) ‘ई’ परतइ ब्रोइड के इसतिरलिंग
खोरठा भासाञ ई परतई जोइड के पुलिंग से इसतिरलिंग बनवल जा है। एकर पटतइर ई रकम हइ । जइसे –
मामा – मामी , बड़का – बड़की , काका – काकी , बाछा – बाछी आरो आरो
e) बिन’ परतइ जोइड के इसतिरलिंग
खोरठा देतरें’बिन’ परतह ब्रोइड के पुलिंग से इसतिरलिंग बनवेक नियम कानुन पावल जा है।
मनेक पुलिंग सबद के सोझा – सोझी रूप बदइल आहे, ऐकर पटतइर ऐठेरकम हइ।
जइसे – मरद – जनी , दादा – भउजी, हरवाहा – रोपनी आरो आरो
ई तरी कहल बाइ पारे की खोरण भासाम लिंग परमपरा के आपन रूप हइ ।
खोरठा लिंग विचार के पुलिंग से इसतिरलिंग बनवे खातिर आइन परतइ वाइन इन आर ‘ई’ परतइ बोडेक नियम कानुन हय । एकर छाडा (अलावे) बिन परतइ जोडकर बनवेक बेवहार देखल जा हे । मनेक खोरठा भासाञ लिंग विचार सोझा हइ ।
नपुंसकलिंग
जेकरा मे कोई योनि चिन्ह नाञ पावल जा हे, ओकरा नपुंसक लिंग मानल जा हे ।
जइसे – पहाड़, हवा, पानी, माटी आरो आरो
Gender – Ling in Khortha