Tense in Khortha – काल
काल सबदेक सोझा – सोझा माने हवो हे, समय समय एगो अनंत प्रवाह हके, एकर कोन्हो ओर छोर चाहे ओर पुथान नाय मकिन आदमी सुबिधाक लेतारे गोटा कल के भूत, बरतमान आर भबिस तीन खंडे बांइट राखल हे
मकिन बेआकरनें काल कहल जाहे क्रिआ के रूप के कीलेकि क्रिआ रूप सेटावान (पता) मिलो हइ जे कोन्हों काम कोन कालें भेल हलइ, भइ रहल हइबा होतइ | क्रिआ के रूप धातु (मूल शब्द) काल बोधक परतिअइ (प्रत्यय)लगाइ के बनवल जाहे |
खोरठाक काल बोधक प्रत्यय
भूत काल प्रत्यय – “ल”
बरतमान काल प्रत्यय – ‘अ/ओ”प्रत्यय – ‘आओ
भबिस काल प्रत्यय – ‘त’
अन्य पुरुस एक वचन खातिर तक
भबिस काल प्रत्यय – ‘ब’ प्र. पु., म. पु. के दूइयो बचन खातिर आर अ. पु.ए. ब. आदर सूचक / बहुबचन खातिर
काल के भेद – Tense in Khortha
A. भूत काल
B. बरतमान काल
C. भबिस काल
Tense in Khortha – भूत काल
क्रिआ के वइसन रूप जेकर से ई बातेक टावान मिलो हइ जे कोन्हों काम एखन से पहले मेनेक भूत कालें भेल हइ |
भूत काल के भेद –Tense in Khortha
भूत काल के (6) छव गो भेद पावल जाहे –
1. समाइन भूत (साधारण भूत) , 2. पूरा भूत (पूर्ण भूत) , 3. अधपुरवा भूत (अपूर्ण भूत) , 4. सकाहा भूत (संदिग्ध भूत) , 5. आसन्न भूत (टटका भूत) , 6. हेतु हेतु मदभूत
1. समाइन भूत (साधारण भूत) –
क्रिआक वइसन रूप जेकर से ई बात केपता नात्र मिलो हइ जे कोन्हो काम भूतकालें खास समइए बा कोन समइए भेल हइ| मेनेक कोन्हो काम के भूत कालें हवेक सामाइन दसा के पता चलो हइ |
जइसे -प्र. पु. ए. व – हाम खइलों/खइलि
प्र. पु. ब. व- हामिन खाइलि
म. पु. ए. व तोत्र खइलें -म. पु. ब. व तोहिन खइला/खइल्हे
म.पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा/खइला/खइल्हे
अ. पु. ए. व – ऊ खइलइ / खइलकइ (मगही)
अ. पु. ब. व – ओखिन खइला/खइलथिन (मगही)
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खइला/खइलथिन (मगही)
2. पूरा भूत (पूर्ण भूत) –
जे क्रिआ रूप से ई बात के टावान मिलो हइ, जे कोन्हो काम बहुत आगुवे (पहइले) निघइर(समाप्त) गेले हइ |
जइसे -प्र. पु. ए. व- हाम खइले हलों/ हलि
प्र. पु. ब. व- हामिन खाइले हलि
म. पु. ए. व- तोत्र खइले हलेंम. पु. ब. व – तोहिन खइले हला/हल्हे
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा/खइले हला/हल्हे
अ. पु. ए. व – ऊ खइले हल/हलइ (मगही)
अ. पु. ब. व – ओखिन खइले हला/हलथिन (मगही)
काम तकअ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खइले हला/ हलथिन (मगही)
3. अधपुरवा भूत (अपूर्ण भूत) –
वइसन क्रिआ रूप जेकर से टावान मिलो हइ, जे कोन्हो काम बहुत आगुवे सुरु भेल हलइ मकिन निंघरल कि नाञ | ई बातेक पता नाञ चलो हइ, तकरा अधपुरवा भूत कहल जाते ।
जइसे -प्र. पु. ए. व- हाम खा हलों/हलिहाम खाइत हलि (मगही)
प्र. पु. ब. व – हामिन खा हलि/खाइत हलि
. पु. ए. व तो खा हलें/ खाइत हलें
म. पु. ब. व तोहिन खा हला/हल्हे/ खाइत हलत
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खा हला/हल्हे
अ. पु. ए. व – ऊखा हलइ/खाइत हलइ (मगही)
अ. पु. ब. व – ओखिन खा हला/खाइत हलथिन (मगही)
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खा हला/खाइत हलथिन (मगही)
4. सकाहा भूत काल (संदिग्ध भूत) –
वइसन क्रिआ रूप जेकर से कोन्हो काम के भूत कालें हवेक संदेह पड़दा हवो हइ। मेनेक काम भेल हलइ कि ना तर टावान (पता) नात्र चलो हइ |
जइसे –
प्र. पु. ए. व – हाम खड़ले हवब/हबह
प्र. पु. ब. व – हामिन खइले हवब/हबइ
म. पु. ए. व- तोत्र खड्ले हबें
म. पु. ब. व- तोहिन खइले हबा – हभे/हबइ
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खइले हबा- हभे/हबइ // अपने खइले हब
अ. पु. ए. व – ऊ खड़ले हतइ
अ. पु. ब. व – ओखिन खइले हता / ओखिन खइलेहब थिन
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खइले हता / ऊ खइले हबथिन
5. आसन्न भूत (टटका टटकी भूत) –
वइसन क्रिआ रूप जेकर से टावान मिलो हइजे कोन्हो काम अखने अखने निंघरल हइ |
जइसे -प्र. पु. ए. व- हाम खइले हो/ ही
प्र. पु. ब. व- हामिन खइले ही
म.पु. ए. व तोत्र खइले हे
म. पु. ब. व – तोहिन खइले हाम.पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खइले हा
अ. पु. ए. व ऊ खइले हे/हइ -अ. पु. ब. व – ओखिन खइले हथ
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खइले हथ / हथिन
6. हेतु हेतु मद भूत
जे क्रिया रूप से ई बात के पता मिलो हइ जे कोई – काम भूतकालें भेल रहलइ जोदि देल शर्त पूरा भेल रहतलाइ |
जइसेप्र. पु. ए. व – हाम खाइतलों/खइतलि
प्र. पु. ब. व- हामिन खइतलि
म.पु. ए. व- तोत्र खइतलें
म. पु. ब. व – तोहिन खइतला/खइतल्हे
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खइतला/खइतल्हे
अ. पु. ए. व ऊ खइतलइ / खइतल
अ. पु. ब. व ओखिन खड़तला/खइतलथि
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खइतला / खइतलथि
Tense in Khortha – बरतमान काल
जे क्रिआरूप से कोन्हो काम के वर्तमान कालेक भिनु-
बरतमान कालेक भेद –
A. सामाइन बरतमान , B. तातातहि बरतमान (तत्कालिक वर्तमान) C. सकाहा बरतमान (संदिग्ध वर्तमान) , D. पूरा बरतमान
1. समाइन बरतमान काल –
जे क्रिआरूप से कोन्हो काम के बरतमान कालेंहवेक समाइन – साधारन दसा के टावान मिलो हइ, ओकरा समाइन बरतमानकहल जाहे|
जइसे प्र. पु. ए. व- हाम/ हामें खा हों/खा ही
प्र. पु. ब. व- हामिन खा ही
म. पु. ए. व तोत्र खा हैं
म. पु. ब. व- तोहिन खा हा
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें /तोहरा खा हा
अ. पु. ए. व – ऊखा हे/हइ
अ. पु. ब. व – ओखिन खा हथ / हथिन
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खा हथ/हथि/हथिन
2. तातातही बरतमान (तत्कालिक वर्तमान) –
जे क्रिआरूप से कोन्हो कामके जारी रहेक सूचना मिलो हइ, तातातहि बरतमान कहल जाहे |
जइसे- प्र. पु. ए. व – हाम/हामें खाइ लागल/रहल हों / ही
प्र. पु. ब. व- हामिन खाइ लागल/रहल ही
म. पु. ए. व – तोत्र खाइ लागल/रहल है
म. पु. ब. व – तोहिन खाइ लागल रहल हा
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खाइ लागल/रहल हा
अ. पु. ए. व – ऊ खाइ लागल हे/रहल हे/हइ
अ. पु. ब. व – ओखिन खाइ लागल/रहल हथ/ हथिन
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खाइ लागल/रहल हथ / हथिन
3. सकाहा बरतमान (संदिग्ध वर्तमान) –
जे क्रिआरूप से कोन्हो काम के बरतमान कालें हवेक संदेह बुझा हइ, वइसन क्रिआरूप के सकाहा बरतमानकाल कहल जाहे|जइसेप्र. पु. ए. व- हाम/हामें खाइत हवब/खाइत हबोप्र. पु. ब. व- हामिन खाइत हब / बोम. पु. ए. व तोत्र खाइत हबेंम. पु. ब. व – तोहिन खाइत हबा / हम.पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खाइत हबाअ. पु. ए. व ऊ खाइत हबतअ. पु. ब. व – ओखिन खाइत हता
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खाइत हता/खाइत हबथिन
4. पूरा बरतमान-
जे क्रिआ रूप से ई बात के टावान मिलो हइ कि कोन्हों कम टटका टटकी निघरल हइ |
जइसे. पु. ए. व- हाम खइले हो/ ही
प्र. पु. ब. व- हामिन खइले ही
म. पु. ए. व- तोत्र खड्ले हे
म. पु. ब. व तोहिन खइले हा
म.पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खइले हा
अ. पु. ए. व – ऊ खइले हे/हइ
अ. पु. ब. व -ओखिन खइले हथ
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खइले हथ / हथिन
Tense in Khortha – भबिस काल
जे क्रिआ रूप से कोन्हों काम के अवइया दिने बा भबिस कालें हवेक टावान मिलो हइ, ओकरा भबिस काल कहल जाहे |
भबिस कालेक भेद –
A) समाइन भबिस , B) संभाइब भबिस , C) हेतु हेतु मद भबिस
1. समाइन भबिस –
जे क्रिआरूप से कोन्हो काम के अवइया दिने हवेक समाइन दसा के पता चलो हइ, ओकरा समाइन भबिस काल कहल जाहे |
जइसे पु. ए. व- हाम/ हामें खाब/ खाबो / खइबो
प्र. पु. ब. व- हामिन खाबो / खइबो
म. पु. ए. व – तोत्र खाबें / खइबें
म. पु. ब. व – तोहिन खइबा/खइभा/खइभे
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें / तोहरा खइबा / खड्भा/खइभे
अ. पु. ए. व ऊ खइतइ / खइतक/खइतिक
अ. पु. ब. व – ओखिन खड़ता / खइबथे / खइबथि
अ. पु. ए. व (आदर)-ऊ खइता / खइबथे / खइबथि
2. संभाइब भबिस काल –
जे क्रिआ रूप से अवइया दिने चाहे भबिस कालें कोन्हो काम के हवे के संभावना बा उमिद के पता चलो हइ, तकरा संभाइब भबिस कहल जाहे ।
जइसे – पु. ए. व- हाम/ हामें खाइ पारि / खाइ पारो
प्र. पु. ब. व- हामिन खाइ पारि
म. पु. ए. व – लोञ खाइ तोत्र पारौनखाइ पात
म. पु. ब. व – तोहिन खाइ पारा
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खाइ पारा/पारभे
अ. पु. ए. व ऊ खाइ पारे
अ. पु. ब. व – ओखिन खाइ पारथ
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खाइ पारथ
3. हेतु हेतु मद भबिस काल –
जे क्रिआ रूप से अवइया दिनें कोन्हो – काम के तभी हतइ जब कोन्हो देल शर्त पूरा हतइ। तकरा हेतु हेतु मद भबिसकहल जाहे | जइसे
पु. ए. व – हाम/ हामें खाइब तो बांचब
प्र. पु. ब. व- हामिन खाब तो बांचब
म. पु. ए. व – तोत्र खाइबे तो बांचबें
म. पु. ब. व- तोहिन खइबा तो बांचबा / खइभा तो बांचभा
म. पु. ए. व (आदर) – तोहें/तोहरा खइबा तो बांचभा
अ. पु. ए. व – ऊ खाइतइ तो बांचतइ
अ. पु. ब. व – ओखिन खाइता तो बांचता
अ. पु. ए. व (आदर) – ऊ खाइता तो बांचता
Tense in Khortha